Totke to remove obstacle from life in Hindi, English

Totke to remove obstacle from life and work

In 21st century, to live your life with ease and all the comfort, you must have a good job or business. During your Job or business, you faces lot of problems on daily basic. Sometime you try to solve the issue but you never find a solution which in turn generates frustration in life. The same happens at your home. In that situation you can follow few effective totke to end that situation and get happiness in your job or business. Here you have some effective totke:

Totke to remove obstacle from life in Hindi

  1. नित्य प्रातः काल नहाने के बाद श्रीमद्भागवत गीता के ग्यारहवें अध्याय का पाठ करने से कार्यों में आने वाली सभी बाधाएं नष्ट हो जाती है.
  2. गीता के ग्यारहवें अध्याय के 36 वें श्लोक को लाल स्याही से लिख कर घेर में टांग दें. सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाएगी.
  3. अपने दिन का आरम्भ करते समय जब आप घर से बहार निकलें तो पहले दायां पैर बाहर निकलें. इससे आप जिस काम को करने जा रहें है उसमे कोई बाधा नहीं आएगी.
  4. घर से निकलते समय कोई मीठा पदार्थ जैसे गुड, शक्कर, मिठाई या शक्कर मिला हुआ दही खाकर ही घर से बाहर निकलें.
  5. तुलसी के 3  – 4  पत्तों को खाकर घर से बाहर जाने से कार्यों में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती है.
  6. प्रातः काल गणेश जी को दूर्वा अर्पित करके घर से बाहर जाएँ. आपके कार्यों में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी.
  7. अगर बार बार कार्यों में बाधा आ रही हो तो अपने घर में श्यामा तुलसी का पौधा लगाएं और शाम को उसके पास घी का दीपक जलाएं. इस टोटके से बार बार आने वाली बाधा से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जायेगा.
  8. 5 बत्ती का दीपक हनुमानजी के मंदिर में जला आएं. इससे आपकी सभी प्रकार की बाधाएं और परेशानियां दूर हो जाएगी.
  9. प्रातः काल भगवती दुर्गा को पांच लाल पुष्प चढ़ाएं. आपके कार्यों की सभी बाधाएं समाप्त हो जाएगी.
  10. घर से बाहर निकलते समय जिधर का स्वर चल रहा हो, उसी तरफ का पैर पहले बाहर निकालें. इससे कार्यों में बाधा नहीं आएगी.
  11. अश्विनी नक्षत्र में पीपल का बाँदा लाकर लाल धागे में लपेट कर बाईं भुजा पर बांध लें. इस टोटके से कार्यों में आने वाली बाधाएं समाप्त हो जाएंगी.
  12. किसी भी कार्य की बाधा को दूर करने के लिए सीता एवं हनुमानजी के मंदिर में जाएँ. सबसे पहले  हनुमानजी के दर्शन करें. उनकी प्रतिमा से अपनी उंगली पर थोड़ा सा सिन्दूर लेकर सीताजी के सामने अपने समस्या कहें. फिर वह सिन्दूर उनके चरणों में लगा दें.
  13. कार्यों की बाधाएं दूर करने के लिए मंगलवार के दिन मिट्टी के पात्र में शुद्ध शहद भरकर उसे किसी एकांत स्थान पर चुप चप रख आएं. यह टोटका करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाएगी.
  14. हल्दी और चावल को पीस कर उसके घोल से घर के प्रवेश द्वार पर ॐ लिख दें. आपका घर समस्त प्रकार की बाधाओं से सुरक्षित रहेगा.
  15. घर से निकलते टाइम एक सिक्का हाथ में ले लें. उसे किसी भिखारी को देने से सभी प्रकार की कार्य बाधाएं दूर होती है.
  16. सफेद कपडे की ध्वजा को पीपल के पेड़ पर लगाने से व्यापार में स्थिरता आती है और कार्यो की बाधा दूर होती है.
  17. कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर करने के लिए धनतेरस से दीपावली तक लगातार तीन दिन तक शाम को “श्री गणेश स्तोत्र” का पाठ करें. उसके बाद गाय को हरी घास खिलाएं. इस टोटके से कार्यों की बाधाएं दूर हो जाएगी.
  18. 21 दिन तक भगवती दुर्गा को रक्त पुष्प चढ़ाकर धुप डीप जलाएं और 108 बार दुर्गा माँ के बीज मंत्र का जाप करने से कार्यों की बाधाएं दूर हो जाती है.
  19. प्रातः काल दीप जलकर उसमें दो अखण्डित लौंग डाल दें. उसके बाद घर से काम के लिए जाएँ. आपके कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर हो जाएगी.
  20. शनिवार के दिन सरसों का तेल और काली उड़द का दान करें. कार्यों की समस्त बाधाएं दूर हो जाएगी.
  21. शाम के टाइम नहा कर साफ कपडे पहन कर किसी पवित्र बर्तन में गाय का आधा किलो कच्चा दूध लें आएं. फिर इस दूध में 21 बूँद शहद डालकर घेर में छिड़क दें. इससे समस्त प्रकार की बाधाएं दूर हो जाएगी.
  22. राहु या केतु के लग्न में होने पर राहु-केतु के मंत्र का जाप करें. इससे कार्यों की सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती है.
  23. बुधवार के दिन प्रातः काल स्नान करें. फिर गणपति की मूर्ति को स्थापित करके उसका सामान्य पूजन करें. इसके बाद ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जप प्रारम्भ करें. 21 दिन में सवा लाख (125000) मन्त्रों का जाप करें. साधना समाप्त होने पर किसी ब्राह्मण पुत्र या कुंवारी कन्या को भोजन कराकर उसे दक्षिणा व कपड़े दान में दें. गणपति की मूर्ति अपने पूजा स्थान पर रख दें. इससे निकट भविष्य में कोई कार्य बाधा नहीं आएगी.

What is Banda (बांदा क्या होता है)

तंत्र शास्त्र में कहा गया है की जब एक वृक्ष के ऊपर किसी दूसरी जाती का  वृक्ष उग जाता है तो वह बांदा कहलाता है. सामान्यतः नीम के पेड़ पर पीपल का पेड़ उग जाना इसी श्रेणी में आता है. इसमें पीपल का पेड़ परजीवी होने के कारण उसे बांदा कहते है. जरुरी वृक्ष के बांदे की प्राप्ति बहुत मुश्किल से होती है, क्योंकि वृक्षों के बांदे मिलना बहुत मुस्किल होता है.