गायत्री मंत्र (Gayatri Mantra in Hindi)
हिन्दू धर्म में सबसे बड़ा और प्रसिद्ध मंत्र गायत्री मंत्र माना जाता है। गायत्री मंत्र पूजा का सिर्फ एक साधन नहीं है बल्कि यह अपने आप में ही प्रभु की आराधना का माध्यम है। गायत्री मंत्र को महामंत्र कहा गया है।
ॐ भूर्भुवः स्व तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात॥
गायत्री मंत्र का अर्थ (Meaning of Gayatri Mantra in Hindi) :
गायत्री मंत्र में १. ॐ २. भू: ३. भु: ४. स्व:, ५. तत ६. सवितु: ७. वरेण्यं ८. भर्गो ९. देवस्य इन नौ नामों में भगवान की स्तुति की गयी हैं और १०. धीमही’ यह उपासना हैं तथा ११. धियो यो न: प्रचोदयात् यह प्रार्थना है|
गायन्तम त्रायते तस्माद गायत्री तिहि प्रोच्यते|
अथार्थ – गायन करने वाले को संसार सागर से तार देती है| इसलिए इनका नाम गायत्री है| हम उस प्राण स्वरूप, दुख विनाशक, सुख स्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक और प्रेरक देव स्वरूप परमात्मा को अंतरात्मा में धारण करें और वह हमारी बूद्धि को शुभ कार्यो में लगाए| वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।